उन्होंने बताया कि छह माह पहले स्टेशन क्षेत्र में उनका बेटा एक निर्माणाधीन बिल्डिंग में चौकीदारी करता था। स्टेशन पर लगने वाले हाट में खरीदारी करने वह भी कोटा आए। उनके साथ बेटी मीना और गोपी हाट में गए थे। इसी दौरान दो पुलिस वाले अचानक आए और गोपी को बाइक पर बैठाकर ले गए। उसकी बेटी मीना चिल्लाती रही, लेकिन वह जबर्दस्ती उसे ले गए। इसमें एक पुलिस वाला उनके गांव के पास का रहने वाला है।
रिपार्ट वापस लेने का बना रहे दबाव
भीमगंजमंडी थाने में गुमशुदगी दर्ज करवाई। पुलिस अधीक्षक से लेकर तमाम अधिकारियों के यहां गुहार लगाई, फिर भी पता नहीं चला। मोडूलाल का आरोप है कि दो पुलिस वालों ने उसे नशीला पदार्थ खिलाकर किसी को बेच दिया। पुलिस वाले रिपोर्ट वापस लेने का दबाव भी बना रहे हैं। भीमगंजमंडी थानाधिकारी को भी कई बार बच्चे की तलाश करने की गुहार लगा चुके हैं।