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कांग्रेस छोड़ कर बीजेपी में आये एमएलसी के गनर को सिपाही ने पीटा, नाराज नेता ने दिया धरना

locationवाराणसीPublished: Jun 12, 2018 02:51:44 pm

Submitted by:

Devesh Singh

पुलिस प्रशासन में मचा हड़कंप, बाद में सिपाही को किया गया निलंबित

MLC Dinesh Pratap singh

MLC Dinesh Pratap singh

वाराणसी. यूपी के डीजीपी ओपी सिंह कितना भी प्रयास कर रहे हैं लेकिन पुलिस का अमानवीय चेहरा नहीं बदल रहा है। पीएम नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में हुई घटना से एक बार फिर इस बात को साबित किया है। कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए एमएलसी के गनर को सिपाही ने पिटाई करने के बाद उसके कपड़े फाड़ दिये। घटना से नाराज एमएलसी ने सड़क पर ही बैठ कर धरना देना शुरू कर दिया। पुलिस प्रशासन को घटना की जानकारी हुई तो हड़कंप मच गया। बाद में सिपाही को निलंबित करने के साथ ही उसे गिरफ्तार करके मुकदमा दर्ज कराया गया है।
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राय बरेली से कांग्रेस के एमएलसी रहे दिनेश प्रताप सिंह अब बीजेपी में शामिल हो चुके हैं। अधिक मास में एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह अपने परिवार के साथ काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करने आये थे। इसके बाद वह घर लौट रहे थे। अभी वह बाबतपुर ही पहुंचे थे कि सिपाही व उसके तीन मित्र एक कार से आ रहे थे और सिपाही की कार ने बाबतपुर पुलिस चौकी के सामने एमएलसी के वाहन को टक्कर मार दी। इस पर एमएलसी के साथ बैठे गनर ने आपत्ति जतायी तो सिपाही नाराज हो गया। सिपाही व उसके साथियों ने मिल कर एमएलसी के गनर की पिटाई करने के साथ कपड़े भी फाड़ दिये। सारी घटना पुलिस चौकी के सामने हुई थी लेकिन घटना में खुद पुलिसकर्मी शामिल था इसलिए पुलिस ने भी हस्तक्षेप करना सही नहीं समझा। घटना से नाराज एमएलसी धरने पर बैठ गये। इसके चलते बाबतपुर मार्ग पर जाम लग गया। घटना की जानकारी जब पुलिस प्रशासन को हुई तो हड़कंप मच गया। इसके बाद मौके पर पहुंचे एसपीआरए अमित कुमार ने एमएलसी को समझा कर धरना समाप्त कराया। इसके बाद सिपाही को निलंबित करने के साथ मुकदमा भी दर्ज कराया गया है।
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शराब के नशे में था सिपाही, एसओ से भी उलझा
सिपाही सुरेश यादव व उसके साथी सुबह से ही बाबतपुर के पास शराब पी रहे थे। एमएलसी के गनर को पिटने के बाद सिपाही हंगामा करने लगा था। मारपीट के बाद सिपाही के दोस्त तो वहां से फरार हो गये थे। पुलिस को जब पता चला कि सत्ता पक्ष से जुड़ा मामला है तो सिपाही को चौकी पर बैठाया गया था सिपाही वहां से भी आराम से भाग रहा था लेकिन इसी बीच फूलपुर एसओ आ गये। फूलपुर एसओ ने सिपाही को पकडऩे का प्रयास किया तो वह उनसे भी उलझ गया। इसके बाद पिंडरा सीओ सुरेन्द्र यादव भी वहां पर आये और सिपाही की कार को पुलिस चौकी में खड़ा करवाने के बाद उसका मेडिकल करवाया।
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आम आदमी के साथ होती घटना तो क्या होता
एमएलसी का गनर सादे कपड़ों में था इसलिए सिपाही उसे पहचान नहीं पाया। यूपी में सीएम योगी सरकार है इसलिए कांग्रेस से बीजेपी में आये एमएलसी के साथ हुई घटना पर तुरंत पुलिस हरकत में आ गयी। यदि ऐसी घटना आम आदमी के साथ होती तो क्या होता। इस बात की कम संभावना है कि पुलिस अपने सिपाही पर कार्रवाई करती। आम आदमी सिस्टम को कोसते हुए वहां से चला जाता।
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