धीरे – धीरे अपने पैरों को 90 डिग्री पर ऊपर उठाएं।
धीरे से सिर को अपने पैरों की तरफ लाने का प्रयास करें।
आपकी ठोड़ी सीने से सटा कर रखें।
30 सेकंड या उससे अधिक के लिए मुद्रा को बनाए रखने के लिए प्रयास करें।
और फिर धीरे – धीरे पूरानी स्तिथी में वापस आ जाएँ।
यह एक चक्र हुआ।
इस तरह से आप 5 चक्र करें।
बालों को गिरने से रोकता है सर्वांगासन : यह आसन बालों के लिए बहुत लाभदायक है। इसके नियमित अभ्यास से मस्तिस्क क्षेत्र में रक्त की सही आपूर्ति होती है जो पोषक तत्वों के आवागमन के लिए जरूरी है।
त्वचा की देखभाल करें सर्वांगासन से : त्वचा की खूबसूरती सम्बंधित समस्याओं से अगर आप परेशान है तो आप को नियमित रूप से सर्वांगासन का अभ्यास करनी चाहिए। यह त्वचा की खूबसूरती को ही नहीं बढ़ाता बल्कि झुर्रियों, पिम्पल्स और उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को रोकता है।
वजन को नियंत्रित करता है सर्वांगासन : यह शरीर में मेटाबोलिज्म क्रिया को कण्ट्रोल करने में मदद करता और वजन के नियंत्रित में सहायक है।
यौन समस्याओं के लिए सर्वांगासन : यौन समस्याओं और विकारों में इस आसन का बहुत लाभ पहुँचता है।
सर्वांगासन थायराइड के लिए: इस आसन के अभ्यास से थायराइड और पैराथाइरॉइड जैसी ग्रंथियों को उचित रूप में पोषक तत्व एवं रक्त मिल पाता है जो थायराइड समस्याओं को हल करने के लिए मददगार है।
सर्वांगासन वैरिकाज़ शिरा के उपचार में : यह पैरों की रक्त वाहिकाओं में रक्त के दबाव कम कर देता है इस प्रकार जो लोग वैरिकाज़ नस से पीड़ित है उनके लिए यह आसन वरदान साबित हो सकता है।
सर्वांगासन से नेत्र रोग उपचार: अगर आप इस आसन को किसी विशेषज्ञ के निगरानी में करते है तो आपकी नेत्र दृष्टि को ही नहीं बढ़ाता बल्कि नेत्र सम्बंधित परेशानियों से भी बचा जा सकता है।
सर्वांगासन से पेट में अल्सर रोकें : यह पेट से सम्बंधित अंगों को सक्रिय करता और उचित एंजाइम के स्राव में मदद करता है जिसके कारण कोलाइटिस, अल्सर, आदि से लोगों को छुटकारा मिल सके।
सर्वांगासन से उच्च रक्तचाप कम किया जा सकता है।
सर्वांगासन कब्ज से छुटकारा दिलाता है : आसन आंत्र की मुक्त आवाजाही को नियंत्रित करता है और पूरी तरह से कब्ज ख़त्म कर देता है ।