यह भी पढ़ेंः पंचकुला हिंसा, उत्तर प्रदेश और हरियाणा की सीमा पर सहारनपुर में भारी पुलिस बल तैनात थाना सिहानी गेट इलाके में लघु उद्योग स्कीम के तहत कई दाल फैक्ट्रियां चला रही हैं। इन्हीं फैक्ट्रियों में से एक जय माता दाल मिल के नाम से फैक्ट्री है, जिसमें 8 मजदूर एक ही मशीन पर काम करते हैं। बताया जाता है कि शनिवार को सभी मजदूर लंच के दौरान उनमें से एक मजदूर श्रवण ने कंपनी में लगा एक पेडस्टल पंखा अपनी तरफ किया तो अचानक ही उसे बिजली का करंट लग गया। जैसे ही उसकी चीख निकली तो उसके साथियों ने उसे बचाने का प्रयास किया, तो बिजली के करंट ने उसे भी अपने आगोश में ले लिया। दोनों मजदूरों श्रवण और जितेंद्र की मौके पर ही करंट लगने से मौत हो गई। देखते ही देखते तालमेल में चीख पुकार मच गई और स्थानीय पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची स्थानीय पुलिस ने दोनों मजदूरों के शवों को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
राम रहीम प्रकरण: 24 घण्टे से फंसे रेल यात्री, कोई नहीं ले रहा सुध इसी दौरान मृतक मजदूरों के साथियों ने भांग मिल मं जमकर हंगामा किया। मजदूरों द्वारा इस घटना की जानकारी लेकर कार्यालय को भी दी गई, जिसके बाद लेबर कमिश्नर खुद मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। जहां पर मजदूर काम कर रहे थे और जहां खाना खा रहे थे। उन दोनों जगह में काफी अंतर दिखाई दिया। बताया जाता है कि यहां पर मजदूरों को लंच करने की जगह दी गई है। वह जगह खाना खाने के लिए उपयुक्त नहीं पाई गई है। उस कमरे में काफी सीलन थी और जहां पर पेडस्टल पंखा लगा हुआ था, वह भी जर्जर हालत में था। इसलिए दाल मिल मालिक की लापरवाही का मामला सामने आ रहा है। फिलहाल पुलिस ने दोनों मजदूरों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है। लेबर कमिश्नर का कहना है कि मामले की पूरी जांच की जा रही है यदि इसमें मिल मालिक की लापरवाही सामने आती है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।