घटना रविवार शाम करीब 5.30 से 6 बजे के बीच की बताई जा रही है। बताया जाता है कि श्रमिक रामाधार और एक अन्य के साथ माइनिंग सरदार लक्ष्मीकांत (40) द्वितीय पाली में बगदेवा की अंडर ग्राउंड खदान में पहुंचे थे। सभी बगदेवा खदान में बंद फेस को दोबारा चालू करने की कोशिश कर रहे थे। इसी दौरान हादसा हो गया। फेस से थोड़ी दूरी पर काम करने वाले कर्मचारियों ने घटना की सूचना आला अफसरों को दी। माइनिंग सरदार और श्रमिक की मौत का प्रारंभिक कारण कार्बन डाई ऑक्साइड की अधिकता बताई जा रही है। हालांकि, प्रबंधन ने रेस्क्यू टीम के खदान से लौटने के बाद आगे की जानकारी देने की बात कही है।
सीएम भूपेश ने जताया दुःख
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कर्मचारियों की मौत पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। भूपेश ने घटना की जानकारी मिलता ही कोरबा के कलेक्टर को फ़ोन करके मामले की जानकारी ली। साथ ही प्रभावितों के हर मुमकिन सहायता देने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट की है।मुख्यमंत्री के निर्देश पर जिला प्रशासन द्वारा तीनो मृतकों के परिजनों को तत्काल 75-75 हजार रुपये की तात्कालिक सहायता प्रदान की है।
कोरबा के महाप्रबंधक जय प्रकाश द्विवेदी ने बताया कि बगदेवा खदान में माइनिंग सरदार और रामाधार की मौत हुई है। रेस्क्यू टीम अंदर भेजी गई है। टीम के लौटने पर कुछ और जानकारी प्राप्त होगी। प्रारंभिक जांच में फेस में कार्बन डाई ऑक्साइड की अधिकता पाई गई है।