अर्जुन जेईई-मेन्स में 371 रैंक पर था सभी छह दोस्तों ने एक दूसरे से स्वस्थ प्रतिस्पर्धा करते हुए टॉप-20 में स्थान बनाया। इनमें अखिल भारतीय स्तर पर रैंक 3 पर पार्थ लटूरिया, रैंक 11 नवनील सिंघल, रैंक 13 पर लय जैन, रैंक 16 पर करण अग्रवाला, रैंक 19 पर यश गुप्ता तथा आदित्य अग्रवाल रैंक 41 पर रहे थे। अर्जुन ने मेन्स में 371 रैंक प्राप्त की लेकिन दोस्तों के साथ रहने के लिए मेहनत की और एडवांस में AIR 33 प्राप्त की।
बना रहे यह साथ यश व करण ने बताया कि हम चाहते हैं कि यह साथ बना रहे, क्योंकि हमस ब एक दूसरे को अच्छी तरह से समझने लग गए हैं। पढ़ाई में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा करते हैं तो सभी का फायदा होता है सभी आगे बढ़ते हैं। क्लास के बाद भी जब भी हमारी बातें होती हैं तो उसमें भी फिजिक्स, केमेस्ट्री व मैथ्स ही होती है। हम चाहत हैं कि आगे भी हम ऐसे ही एक दूसरे की मदद करते रहें। कौनसे सवाल का क्या जवाब आया, कैसे आया, यह सब डिस्कस होता है।
बड़े शहर छोड़ कोटा में जुड़े इन सभी छह ने कभी सोचा भी नहीं था कि एक साथ एक छोटे से शहर में जुड़ेंगे और पढ़ाई के लिए दोस्त बन जाएंगे। ये दोस्ती कॅरियर बनाएगी और इतनी लम्बी चलेगी। साथ पढ़ने के लिए इन्होंने मेट्रो सिटीज और बड़े शहर छोड़े आज अभिभावक भी खुश हैं कि अच्छे दोस्त मिले, पढ़ने वालों का साथ मिला तो सबकुछ अच्छा होता चला गया। मुम्बई से भास्कर व दिल्ली से नवनील ने मेट्रो सिटी छोड़ी, महाराष्ट्र के नांदेड़ के पार्थ और ओडिशा के करण भी कोटा आया, कोटा के लय और यश भी एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट में एक साथ हो गए।
राजेश माहेश्वरी, निदेशक, एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट