ग्रामीण क्षेत्रों में नेशनल मिशन फॉर सस्टेनेबल एग्रीकल्चर (एनएमएसए) के अंतर्गत सॉयल हेल्थ मैंनेजमेंट स्कीम के तहत ग्राम स्तर पर मिट्टी परीक्षण प्रयोगशालाएं स्थापित की जाएगी। वर्तमान में केन्द्र सरकार द्वारा पूर्व में जारी निर्देशों में संशोधन करते हुए नवीन दिशा-निर्देश जारी किए गए है। इस योजना के अंतर्गत प्रधानमंत्री की मंशा अनुसार ग्रामीण युवाओं के लिए रोजगार का सृजन होगा। वहीं समय पर मृदा नमूनों का विश्लेषण कर ऑनलाइन सॉयल हेल्थ कार्ड तैयार कर किसानों को घरों पर ही उपलब्ध कराए जाएंगे।
गांव स्तर पर प्रयोगशालाएं खुलने से किसानों को राहत मिलेगी ही वहीं चयनित युवाओं के लिए रोजगार का साधन उपलब्ध होगा। ग्रामीण रोजगार सृजन करने के उद्देश्य से इसके लिए १८ से २७ आयुके निर्धारित पात्रता वाले युवा आवेदन कर सकेंगे। जो प्रयोगशाला स्वयं के या किराए के भवन में संचालित की जा सकेंगी। नमूना संग्रहण विश्लेषण व सॉयल हेल्थ कार्ड तैयार कर वितरित करने की दर सॉयल हेल्थ कार्ड योजना के अनुसार 300 रुपए प्रति नमूना होगी। जो की सरकार द्वारा दो किस्तों में देय होगी। इसके लिए जिला कलक्टर की अध्यक्षता में गठित समिति चयन करेगी।
योजना के तहत चयनित युवाओं को कृषि विभाग द्वारा मिट्टी के नमूने लेने, विश्लेषण करने, फिर उसे ऑन लाइन कर स्वस्थ्य कार्ड तैयार करने सहित प्रयोगशाला के संचालन का युवाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रयोगशालाओं के संचालन की मॉनिटरिंग कृषि विभाग द्वारा की जाएगी।
आदर्श ग्राम स्तर पर संचालित की जाने वाली इन मिट्टी परीक्षण प्रयोगशालाओं की लागत करीब 5 लाख रूपए होगी। इसमें ७५ फीसदी अनुदान सरकार द्वारा दिया जाएगा। इसमें केन्द्र व राज्य का लाभांश क्रमश:60 व40 के अनुपात में होगा। प्रयोगशाला मिनी लैब विद एसेसरीज, केमिकल के लिए कांच के उपकरण,इलेक्ट्रॉनिक तुला, विश्लेषण तुला, ओवन डिस्ट्रीब्यूशन इकाई, बिजली-पानी फिल्टर,कप्यूटर प्रिंटर, स्केनर, हैंड होल्ड डिवाइस समेत अन्य उपकरणों से व्यवस्थित होगी।
यह कहना है अधिकारियों का-
इस संबंध में मिट्टी परीक्षण प्रयोगशाला, झालावाड़ के सहायक कृषि अनुसंधान अधिकारी,टीसी शर्मा का कहना है कि पीएम की मंशा अनुसार इसमें 18-27 वर्ष आयु वर्ग के युवाओं को रोजगार मिलेगा। साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में मिट्टी प्रयोगशालाएं खुलने से किसानों के जिला मुख्यालय पर आने का समय भी बचेगा। उपनिदेशक, कृषि विस्तार केसी मीणा ने बताया कि गांव स्तर की मिट्टी परीक्षण प्रयोगशालाओं के लिए येाजना के दिशा-निर्देशानुसार युवाओं का चयन किया जाएगा।
रिपोर्ट :- हरिसिंह गुर्जर,झालावाड़