नि:संतान टीमर बनी जुड़वां बच्चियों की मां, लौटी नाइजीरिया
जासं, नई दिल्ली: नाइजीरिया की रहने वाली टीमर 41 साल की उम्र में भी मां नहीं बन सकी तो वर्ष 2014 में
जासं, नई दिल्ली: नाइजीरिया की रहने वाली टीमर 41 साल की उम्र में भी मां नहीं बन सकी तो वर्ष 2014 में आइवीएफ सेंटर के डॉ. अनूप गुप्ता के पास पहुंची। पहली बार हिस्ट्रोस्कोपी करवाने के बाद दिसंबर 2014 में जब उनका आइवीएफ किया गया तो उन्होंने कंसीव कर लिया। लेकिन, उनका गर्भपात हो गया। हिम्मत न हारते हुए मार्च 2015 में फिर आइवीएफ करवाया। वह फिर से गर्भवती हो गईं। इस बार सात माह में उनका गर्भपात हो गया।
मेडिकल जांच में सामने आया कि उनके गर्भाशय में टीबी की समस्या है। छह माह तक उनका इलाज चला। दिसंबर 2015 में तीसरी बार वह फिर गर्भवती हुई। अब वे जुड़वां बेटियों की मां हैं। वे बेटियों व पति के साथ खुशी-खुशी वापिस नाइजीरिया जा रही हैं। टीमर ने दो बार गर्भपात होने पर भी हार नहीं मानी और डॉ. गुप्ता की सलाह पर दिल्ली आइवीएफ के ही बंगाली मार्केट में अपना इलाज कराती रही। डॉ. गुप्ता बताते हैं कि नि:संतानता अब लाइलाज नहीं है। इसका इलाज मुमकिन और आसान है।