4500 सीएनजी ऑटो हैं शहर में
शहर में डीसीएम रोड व अनंतपुरा में एक-एक सीएनजी पम्प हैं। उसमें से भी कई बार एक पम्प खराब हो जाता है जिस कारण सारे ऑटो एक ही पम्प पर आ जाते हैं। एक पम्प के बंद होने के बाद गैस भरवाने के लिए करीब एक से दो घंटे का समय लगता है। शहर में सीएनजी पम्पों की संख्या बेहद कम हैं। एक ऑटो में 3 से 4 किलो गैस आती है और एक ऑटो प्रतिदिन 250 किलोमीटर तक चलता है। एक या दो दिन में गैस खत्म हो जाती है, ऐसे में ऑटो चालक परेशान हो रहे हैं।
कोटा संभाग का सबसे बड़ा अस्पताल चूहों पर खर्च कर रहा दो लाख…जानिए खास है वजह
60 प्रतिशत सवारी छोड़ते हैं ऑटो
शहर में परिवहन के साधनों में सबसे अधिक 60 प्रतिशत सवारी ऑटो चालक छोड़ते हैं। ऑटो में भी सीएनजी ऑटो की संख्या सबसे अधिक है। इसके साथ ही मिनीडोर, मिनीबस, सिटी बस व अन्य साधन 40 प्रतिशत सवारियों को अपने स्थान तक पहुंचाते हैं।
कोटा ऑटो यूनियन के अध्यक्ष अनीस राइन ने बताया कि सीएनजी की गैस भरवाने में लम्बे समय से समस्या आ रही है। कई बार पम्प संचालक व गैस कम्पनी के अधिकारियों को भी अवगत करा दिया लेकिन समस्या की ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। ऑटो चालक आए दिन परेशान हो रहे हैं।