महासचिव पद प्रत्याशी रवि नागर ने अनुरोध किया कि भले ही उन्हें वोट नहीं दें, लेकिन उसे ही वोट दें जो पढऩे पढ़ाने में छात्रों की मदद करें। दीपक सुमन ने कहा कि मतदाता उसे ही अपना वोट दें जो उनके लिए संघर्ष कर सके।
लोकेश धाकड़ ने प्रवेश, पढ़ाई और परीक्षा कार्यक्रमों में सुधार का वादा किया। अध्यक्ष पद प्रत्याशी चिरंजीव सुमन ने स्पोट्र्स कैलेंडर नियमित कराने, क्लास रूम में साउंड फैसिलिटी दुरुस्त कराने और यूनिवर्सिटी कैंपस तक बसों की सुविधा शुरू कराने का वादा किया तो क्षेत्रपाल सिंह अडसेला ने कैंपस में पीने के पानी के इंतजाम के लिए संघर्ष करने का। चंद्रशेखर नागर ने प्लेटमेंट और गल्र्स हॉस्टल की सुविधा के लिए प्रयास करने का आश्वासन दिया। इस दौरान डीएसडब्ल्यू प्रो. रीना दाधीच, एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. अनुकृति शर्मा, डॉ. घनश्याम शर्मा, डॉ. स्वेता व्यास, डॉ. ओपी ऋषि और डॉ. पीसी गुप्ता आदि शिक्षक भी मौजूद रहे।
सख्ती से भड़के छात्र
भाषण के दौरान विवि प्रशासन ने परिचय पत्र दिखाने के बाद ही छात्रों को प्रवेश दिया। निवर्तमान छात्रसंघ अध्यक्ष पिंकेश मीणा समेत कई बाहरी छात्रों को सुरक्षा कर्मियों ने गेट पर रोक दिया। कुछ छात्र ऐसे भी थे जिन्होंने अब तक परिचय पत्र ही नहीं बनवाया। गुस्साए छात्रों ने विवि के गेट पर ही प्रदर्शन शुरू कर दिया। आखिर में जिन छात्रों के परिचय पत्र अभी तक नहीं बने थे उन्हें बुधवार शाम 5 बजे तक परिचय पत्र बनाने का मौका देने पर धरना खत्म कर दिया गया।