यूपी के तत्कालीन सीएम मुलायम सिंह यादव पर अयोध्या में कार सेवकों पर गोली चलाने का आरोप लगा था उसके बाद सपा का मुस्लिम वोट बैंक तो मजबूत हुआ था लेकिन हिन्दू वोटरों ने सपा से दूरी बना ली थी। समय के साथ सपा को हिन्दू व मुस्लिम दोनों ही वोट बैंक सपा से जुड़ते गये थे। लोकसभा चुनाव 2019 में राम मंदिर का मुद्दा फिर गरम हो गया है। 25 नवम्बर को आरएसएस के साथ बीजेपी, शिवसेना व विश्व हिन्दू परिषद के लाखो कार्यकर्ता जुटने लगे हैं। ऐसे में पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने बड़ा बयान दिया है। अखिलेश यादव ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट को अयोध्या की स्थिति को संज्ञान में लेते हुए सेना तैनात करने की बात की है। अखिलेश यादव के इस बयान से हिन्दू वोटरों में नाराजगी हो सकती है ऐसा हुआ तो बीजेपी व शिवपाल यादव का खुश होना तय है।
यह भी पढ़े:-देव दीपावली-लाखों दीपों से जगमगाया गंगा घाट, अद्भृत नजारा देखने को उमड़ी लोगों की भीड़ सपा, बसपा व कांग्रेस में छिड़ेगी जंगराहुल गांधी, अखिलेश यादव व मायावती के बीच में महागठबंधन होता है तो मुस्लिम वोटों में बिखराव नहीं होगा। यदि महागठबंधन नहीं होता है तो तीनों ही दल में मुस्लिम वोटों को लेकर जंग छिडऩी तय है। ऐसे में इन दलों के लिए अयोध्या विवाद काफी मददगार साबित हो सकता है। बीजेपी इस विवाद को हवा देकर अपने परम्परागत हिन्दू वोटरों को मजबूत करने में लगी हुई है जबकि सपा, बसपा व कांग्रेस में मुस्लिम वोटरों को अपने पाले में करने की जंग अब शुरू होगी।
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