चहेडिय़ा गांव में फायरिंग की सूचना मिलते ही यहां से उपखण्ड अधिकारी मनोज कुमार मीणा, तहसीलदार जगमोहन शर्मा, पुलिस उपाधीक्षक गोविन्द सिंह एवं थानाधिकारी अमरसिंह राठौड़ पुलिस जाप्ते के साथ मौके पर रवाना हो गए। बारां से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विजय स्वर्र्णकार भी चहेडिय़ा पहुंचे। अन्ता से एम्बुलेंस एवं एनटीपीसी की फायर ब्रिगेड भी मौके पर मंगा ली गई। पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों ने वहां दोनों पक्षों की समझाइश कर मामले को शांत करने का प्रयास किया।
गांव बना पुलिस छावनी
घटना के बाद चहेडिय़ा गांव पुलिस छावनी बना रहा। इस बीच ग्रामीणों ने अवैध खनन को लेकर हो रहे झगड़ों में पुलिस-प्रशासन द्वारा दखल देने की मांग की। थानाधिकारी राठौड़ के अनुसार दोनों पक्षों की ओर से फायरिंग एवं मारपीट की गई है। ऐसे में दोनों ही पक्ष के आरोपियों को नामजद कर उनकी गिरफ्तारी के लिए जगह-जगह दबिश दी जा रही है। गांव की स्थिति अब नियंत्रण में है।
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घायलों के साथ यहां आए चहेडिय़ा के पूर्व सदर हाजी बिलाल अहमद सहित कई ग्रामीणों ने बताया कि कई वर्षों से गांव के पास से निकलती परवन नदी में रेत तथा पत्थर का अवैध खनन किया जा रहा है। जिसमें दो भाई लिप्त हैं। इन्होंने पूरे गांव में आतंक बना रखा है। अधिकांश ग्रामीण इनका विरोध करते हैं। साथ ही ग्रामीणों द्वारा अवैध खनन रोकने का प्रयास किया जा रहा है। ऐसे में बुधवार को दोनों भाइयों ने ग्रामीणों को धमकाया तो लड़ाई झगड़े की आशंका बन गई। इसकी सूचना रात को ही अन्ता थाने में दे दी गई थी। कोई कार्रवाई होती, इससे पहले गुरुवार को मामला बिगड़ गया।