बता दें कि शामली के कैराना कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला दरबारखुर्द के निकट तितरवाड़ा चुंगी से शुक्रवार की रात्रि में स्पेयर पार्ट फैक्ट्री से उद्यमी इलियास व सलीम के 18 वर्षीय भांजे आसिफ पुत्र खालिद के अपहरण की सूचना से क्षेत्र में सनसनी फैल गई थी। आसिफ से अपने फुफेरे भाई के मोबाइल पर मैसेज भेजकर बताया था कि दो बाइक सवार उसका अपहरण कर ले गए हैं। उसके सिर में चोट है और वह बड़ी मुसीबत में है। करीब बीस मैसेज भेजकर युवक ने अपने परिवार को भी दहशतजदा कर दिया था। तभी से पुलिस भी इस मामले की जांच में जुटी रही। इस संबंध में अपहृत छात्र के फुफेरे भाई आरिफ पुत्र लियाकत ने दो अज्ञात बदमाशों के खिलाफ कोतवाली पर अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया था। एडिशनल एसपी जगदीश शर्मा, कोतवाल धमेंद्र पंवार ने पुलिस बल के साथ सर्च अभियान चलाया। हालांकि पुलिस शुुरुआत से ही घटना को संदिग्ध मान रही थी। आसिफ ने अपने परिजनों को नाटकीय ढंग से मुगल गार्डन में होने की सूचना दी। जिसपर परिजन एवं पुलिस वहां पहुंची। बताया जा रहा है कि आसिफ बदहवास हालत में था। पुलिस ने उसे हिरासत में लिया और पूछताछ के लिए कोतवाली ले आई।
बताया जा रह है कि युवक ने दो अज्ञात बदमाशों द्वारा आंखों पर कपड़ा बांधकर अपहरण की बात कही। आसिफ से पूछताछ के बाद एसओ धमेंद्र पंवार ने बताया कि युवक एक लड़की के साथ था। इसी बीच उसे वहम हुआ कि परिजनों या फिर मोहल्ले के लोगों ने उसे देख लिया है। इसके बाद वह रेतावाला में स्थित मुगल गार्डन बारातघर में जाकर छिप गया और वहीं से भाई आरिफ के पास तरह-तरह के मनघढ़ंत मैसेज भेजता रहा। मैसेज के जरिए ही उसने परिजनों को अपहरण कर ले जाने की बात कही थी। पुलिस के सामने छात्र ने कहा कि उसने अपने परिजनों को गुमराह करने के लिए झूठ बोला है, यह गलती है। रविवार को पुलिस ने आसिफ को उसके मौसा शमशाद निवासी ख्वाजानगला बागपत व चाचा आबिद निवासी दोघट की सुपुर्दगी में दे दिया।