भाजपा की केंद्र सरकार और दिल्ली की आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार ने दिल्ली में स्वच्छ दिल्ली अभियान की शुरुआत की है। दोनों विरोधी सरकारें स्थानीय निकायों के साथ दिल्ली की सफाई के मामले में रविवार को एक मंच पर नजर आई। केंद्रीय शहरी विकास मंत्री एम वेंकैया नायडू और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को इस मौके को ‘सहकारी संघवाद की सच्ची भावना’ करार दिया।

‘स्वच्छ दिल्ली अभियान’ की शुरुआत के मौके पर नायडू ने ये बात कही। 22 से 30 नवंबर तक यह अभियान संचालित किया जाएगा। इसका मकसद शहर को कचरे और निर्माण कार्यों के कारण जमा हो रहे मलबे से मुक्त करना है। नायडू ने कहा कि हमें राजनीति को दरकिनार कर ‘मिनी-इंडिया’ दिल्ली को स्वच्छ बनाने की खातिर मिलकर काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि वे पहल का हिस्सा बनकर खुश हैं, जिसमें शासन के तीनों स्तरों – केंद्र, दिल्ली प्रशासन और शहरी स्थानीय निकायों – ने दिल्ली को गंदगी, कूड़े और अन्य कचरे से निजात दिलाने के लिए मिलकर काम करने का फैसला किया है। यह भाजपा की टीम या ‘आप’ की टीम नहीं बल्कि टीम इंडिया है।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हमारे संविधान निर्माताओं ने एक संघीय संरचना का सपना देखा था और यह कार्यक्रम सहकारी संघवाद का सबसे अच्छा उदाहरण है। लेकिन यह सहकारी और प्रतिस्पर्धी संघवाद भी होना चाहिए ताकि अन्य राज्य इससे सीख सकें और सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर सकें। उन्होंने कहा कि राजनीति में एक नई शुरुआत हुर्ई है। केंद्रीय मंत्री ने बाद में शहरी विकास मंत्रालय की ओर से 96.7 करोड़ रुपए का एक चेक भी दिल्ली सरकार को सौंपा, जिसे केजरीवाल ने तुरंत शहरी स्थानीय निकायों को सौंप दिया।

इससे पहले, दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने इस कार्यक्रम को ‘सहकारी संघवाद की सच्ची भावना’ कहकर सराहा और कहा कि ‘राजनीतिक मतभेदों’ के बावजूद हमें जनहित में काम करना चाहिए। केजरीवाल ने कहा कि अपने शहरों को साफ-सुथरा करने में तकनीकी बारीकियां कोई मसला नहीं है, बल्कि राजनीतिक इच्छाशक्ति का अभाव समस्या है।

आज यहां राजनीतिक इच्छाशक्ति दिख रही है। केंद्र से लेकर स्थानीय निकायों तक और अपनी ओर से सकारात्मक रुख अपनाने के लिए वे नायडूजी को श्रेय देते हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें यकीन है कि यदि हम मिल कर काम कर सकते हैं तो हम अपनी समस्याओं का समाधान कर सकते हैं और लोग हमारी तारीफ ही करेंगे।

केजरीवाल ने कहा कि स्वच्छ दिल्ली अभियान के बाद उनका अगला अभियान, जहां पर झुग्गी,वहीं मकान और फिर स्वच्छ यमुना होगा। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री नायडू ने दिल्ली सरकार को राजधानी की सड़कों से भीड़भाड़ को कम करने के लिए 1500 करोड़ रुपए का अलग से एक पैकेज भी दिया है।