नई दिल्ली
दिल्ली सरकार ने गरीब बच्चों को रेस्ट्रॉन्ट में न घुसने देने के मामले में जांच के आदेश दिए हैं। पॉश इलाके कनॉट प्लेस के शिव सागर रेस्ट्रॉन्ट पर सड़क पर रहने वाले बच्चों को वहां से बाहर निकालने का आरोप लगा है। आरोप है कि बच्चों को उनके गंदे कपड़ों के चलते रेस्ट्रॉन्ट में घुसने नहीं दिया गया।
सोशल ऐक्टिविस्ट सोनाली शेट्टी कुछ गरीब बच्चों को लंच कराने के लिए शनिवार को कनॉट प्लेस के शिव सागर रेस्ट्रॉन्ट ले गईं। सोनाली ने बताया कि बच्चों को उनके गंदे कपड़ों के कारण घुसने से मना कर दिया गया। सोनाली ने कहा, 'मैं अपने पति के जन्मदिन को सेलिब्रेट करने के लिए कुछ गरीब बच्चों को अपने साथ खाना खिलाने लाई ती, लेकिन रेस्ट्रॉन्ट ने बच्चों के कपड़े देखकर उन्हें घुसने नहीं दिया।'
The owner discriminated with kids & refused service citing that kids aren't well dressed & look dirty: Sonali Shetty pic.twitter.com/qbwaNgb5ii — ANI (@ANI_news) June 11, 2016
एक बच्चे ने कहा, 'दीदी हमें यहां लाईं थीं, लेकिन हमें यहां से बाहर निकाल दिया गया। दीदी ने बिल देने की भी बात की, लेकिन फिर भी हमें घुसने नहीं दिया गया। फिर हमने कहीं और खाना खाया।' वहीं शिव सागर ने आरोपों को खारिज करते हुए बच्चों को बाहर निकालने का कारण बच्चों के शोर मचाने को बताया। रेस्ट्रॉन्ट ने अपने 'मना करने के अधिकार' का हवाला देते हुए बच्चों को जिम्मेदार बताया है।
This is typical Colonial mindset. Can't be tolerated. Have ordered DM New Delhi to enquire & report within 24 hours. https://t.co/ifixugxPRD — Manish Sisodia (@msisodia) June 12, 2016 मामले को संज्ञान में लेते हुए दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने डीएम से 24 घंटों के अंदर रिपोर्ट मांगी है। सिसोदिया ने कहा, 'अगर रेस्ट्रॉन्ट के खिलाफ आरोप सही पाए जाते हैं, तो हम रेस्ट्रॉन्ट का लाइसेंस रद्द करने के बारे में विचार करेंगे।'
दिल्ली सरकार ने गरीब बच्चों को रेस्ट्रॉन्ट में न घुसने देने के मामले में जांच के आदेश दिए हैं। पॉश इलाके कनॉट प्लेस के शिव सागर रेस्ट्रॉन्ट पर सड़क पर रहने वाले बच्चों को वहां से बाहर निकालने का आरोप लगा है। आरोप है कि बच्चों को उनके गंदे कपड़ों के चलते रेस्ट्रॉन्ट में घुसने नहीं दिया गया।
सोशल ऐक्टिविस्ट सोनाली शेट्टी कुछ गरीब बच्चों को लंच कराने के लिए शनिवार को कनॉट प्लेस के शिव सागर रेस्ट्रॉन्ट ले गईं। सोनाली ने बताया कि बच्चों को उनके गंदे कपड़ों के कारण घुसने से मना कर दिया गया। सोनाली ने कहा, 'मैं अपने पति के जन्मदिन को सेलिब्रेट करने के लिए कुछ गरीब बच्चों को अपने साथ खाना खिलाने लाई ती, लेकिन रेस्ट्रॉन्ट ने बच्चों के कपड़े देखकर उन्हें घुसने नहीं दिया।'
The owner discriminated with kids & refused service citing that kids aren't well dressed & look dirty: Sonali Shetty pic.twitter.com/qbwaNgb5ii — ANI (@ANI_news) June 11, 2016
एक बच्चे ने कहा, 'दीदी हमें यहां लाईं थीं, लेकिन हमें यहां से बाहर निकाल दिया गया। दीदी ने बिल देने की भी बात की, लेकिन फिर भी हमें घुसने नहीं दिया गया। फिर हमने कहीं और खाना खाया।' वहीं शिव सागर ने आरोपों को खारिज करते हुए बच्चों को बाहर निकालने का कारण बच्चों के शोर मचाने को बताया। रेस्ट्रॉन्ट ने अपने 'मना करने के अधिकार' का हवाला देते हुए बच्चों को जिम्मेदार बताया है।
This is typical Colonial mindset. Can't be tolerated. Have ordered DM New Delhi to enquire & report within 24 hours. https://t.co/ifixugxPRD — Manish Sisodia (@msisodia) June 12, 2016 मामले को संज्ञान में लेते हुए दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने डीएम से 24 घंटों के अंदर रिपोर्ट मांगी है। सिसोदिया ने कहा, 'अगर रेस्ट्रॉन्ट के खिलाफ आरोप सही पाए जाते हैं, तो हम रेस्ट्रॉन्ट का लाइसेंस रद्द करने के बारे में विचार करेंगे।'