राहुल गांधी को बोलने से पहले पड़ती है की नोट की जरूरत, देखे तस्वीरें
संसद का मानसूत्र अब खत्म होने में सिर्फ एक दिन बाकी है और हंगामे के आसार हैं कि खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। ऐसे में विपक्षी पार्टी लगातार बीजेपी सरकार का विरोध करती नजर आ रही है। मुलायम सिंह के अल्टीमेटम के बाद भी कांग्रेस का संसद में गतिरोध जारी है। August 13, 2015 11:06 IST
संसद का मानसूत्र अब खत्म होने में सिर्फ एक दिन बाकी है और हंगामे के आसार हैं कि खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। ऐसे में विपक्षी पार्टी लगातार बीजेपी सरकार का विरोध करती नजर आ रही है। मुलायम सिंह के अल्टीमेटम के बाद भी कांग्रेस का संसद में गतिरोध जारी है। लेकिन बीते दिन जब राहुल ने लोकसभा में राहुल जो भी बीजेपी पार्टी पर बार कर रहे थे उसके बारे में एक बड़ा खुलासा हुआ है।
इस खुलासे से जाहिर होता है कि राहुल को किसी विपक्षी पार्टी पर बार करने के लिए नकल का सहारा लेना पड़ता है, वो भी ऐसी नकल करते हैं जो उन्ही की जनरेसन वाली बातों से लिखी पुती होती है।
यहां बात हो रही है राहुल गांधी की उस पर्ची की, जिसे देखकर राहुल बीजेपी पार्टी मंत्री और पीएम नरेंद्र मोदी पर जुवानी हमला कर रहे थे। ऐसे में कांग्रेस वाइस प्रेसिडेंट राहुल गांधी क्या एक पर्ची पढ़कर भाषण दे रहे थे? भाषण के बाद से उनकी नकल वाली पर्ची सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है। यही वो पर्ची है जिसे पढ़कर राहुल सुषमा पर तीखा हमला बोलते नजर आ रहे थे। सोशल साइट पर शेयर की गई इस फोटो में साफ दिख रहा है कि जिन मुद्दों पर राहुल को बोलना था, उसके नोट्स हिंदी में तो थे लेकिन वे देवनागरी में नहीं बल्कि रोमन में लिखे थे। इसका मतलब उन्हें दूसरों पर कीचड़ उछालने के लिए भी नकल का सहारा लेना पड़ता है। हालांकि, यह फोटो संसद के बाहर की बताई जा रही है और अभी तक यह बात कन्फर्म नहीं हो पाई है कि इस पर्ची की जो फोटो सोशल मीडिया पर शेयर की जा रही है वह राहुल के ही लिखे नोट्स की है या नहीं? लेकिन शेयर करने वाले राहुल की हैंडराइटिंग की फोटोज भी शेयर कर रहे हैं। इसमें भाषण की पर्ची में भी राहुल की हैंडराइटिंग होने का दावा किया जा रहा है।
इस पर्ची के जरिए राहुल ने गांधी जी तीन बंदरों का जिक्र करते हुए कहा कि राष्ट्रपिता के तीन बंदर का कहना था कि बुरा मत देखो, बुरा मत सुनो, बुरा मत कहो, जबकि देश के पीएम का कहना है कि सच मत बताओ। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनाव के समय देश की जनता से वादा किया था कि हर भारतीय के खाते में 15-15 लाख रुपये आएंगे। उन्होंने कहा था कि न खाउंगा और न खाने दूंगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस चुप नहीं रहेगी, बोलती रहेगी। उन्होंने कहा कि सवाल क्या है? सवाल यह है कि आइपीएल इस देश में सेंटर ऑफ काला धन इन इंडिया है और ललित मोदी इस देश में सिंबल ऑफ काला धन इंडिया हैं।
इसके बाद उन्होंने ललितगेट को लेकर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज पर कड़ा हमला किया है। इतना ही नहीं उन्होंने ये भी कहा कि 'कल सुषमा स्वराज ने मेरा हाथ पकड़कर मुझसे पूछा, 'बेटा नाराज हो क्या? मैंने गलत क्या किया?' मैंने आपकी आंखों में देखा और कहा- मैं सच बोल रहा हूं। और आपकी आंखे झूंक गईं, आपने ऐसा क्यों किया?'
इसके बाद राहुल गांधी ने आरोप लगाया है कि सुषमा स्वराज का पूरा परिवार ललित मोदी से पैसा लेता है और सुषमा खुद मंत्रालय से उसकी मदद करती हैं। सुषमा स्वराज को घेरते हुए कहा कि सुषमा पहली ऐसी शख्स हैं जिन्होंने भलाई का काम छुपकर किया है। राहुल ने सुषमा से पूछा, 'आपने ये काम छुपकर क्यों किया, खुले में क्यों नहीं किया?'
राहुल ने कहा, 'मोदीजी ने कहा काला धन आएगा और सबको 15 लाख रुपये मिलेंगे। ललितमोदी काले धन का केंद्र है। उसको बचाने में कितना कालाधन मिला।' राहुल गांधी जैसे ही सदन में बोलने के लिए खड़े हुए बीजेपी ने शोर मचाना शुरू कर दिया लेकिन वे चुप नहीं हुए। बीजेपी के हो-हल्ला के बीच राहुल गांधी ने पूरे जोर-शोर से अपने सवाल उठाए. इसी शोर शराबे के बीच राहुल गांधी ने संसद में प्रधानमंत्री मोदी पर करारा हमला किया. राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री में इतनी हिम्मत नहीं है कि वे कांग्रेस के सवालों का सामना कर सकें।