Just In
- 6 hrs ago 3 घंटे में पूरा होगा 900 KM का सफर, अहमदाबाद से दिल्ली तक चलेगी दूसरी बुलेट ट्रेन, जानें Railways की प्लान
- 9 hrs ago बच्चे की जान से खिलवाड़! स्कूटर की फुटरेस्ट पर बच्चे को खड़ा कर घूमने निकला कपल, VIDEO वायरल
- 11 hrs ago Suzuki ने लॉन्च किया स्पेशल एनिवर्सरी सेलिब्रेशन एडिशन Hayabusa, जानें कीमत और खासियत?
- 12 hrs ago सिर्फ 150 रुपये में लें फ्लाइट का मजा! इन रुटों पर मिल रही सुविधा, जानें डिटेल्स
Don't Miss!
- News यूपीएससी में पास करने वाले छत्तीसगढ़ के अभ्यर्थियों को CM विष्णु देव ने दी बधाई
- Education KVS Admission 2024: केवी संगठन ने अनंतिम प्रवेश सूची जारी की; यहां देखें डायरेक्ट लिंक
- Lifestyle मनोज तिवारी Vs कन्हैया कुमार: कौन हैं कितना अमीर? दोनों की संपति डिटेल जानिए
- Movies बुशरा अंसारी ने 66 साल की उम्र में किया दूसरा निकाह, जानिए कौन हैं एक्ट्रेस के शौहर
- Finance Car Loan: पहले समझें 20-4-12 का नियम फिर खरीदें अपनी पसंद कार, कभी नहीं होगी फंड की दिक्कत
- Technology Samsung ने मार्केट में लॉन्च किए नए स्मार्ट टीवी, मिलेंगे AI इंटिग्रेटेड फीचर्स
- Travel सऊदी अरब ने बदला उमराह Visa Rule, अब 90 दिनों तक वीजा रहेगा वैध, Details
- Sports Japan Open 2023: सेमीफाइनल में पहुंचे लक्ष्य सेन, एचएस प्रणय की विक्टर एक्सेलसन से भिड़ंत आज
दुनियाभर में मशहूर ब्रांड रॉयल एनफील्ड को इतिहास में पहली बार क्यों मंगानी पड़ी बाइक वापस, जानिए
रॉयल एनफील्ड इतना मशहूर ब्रांड है कि इसने बाइकिंग को बाइकर्स के लिए धर्म बना दिया। इसके दुनियाभर में प्रशंसक हैं। इस ब्रांड को विशेषतौर पर लोग लंबी ट्रिप्स के लिए इस्तेमाल करते हैं। फिर चाहे वह 300 किलोमीटर लंबी वीकएंड ट्रिप हो या फिर हिमालय पर जाने के लिए लाइफटाइम ट्रिप। Car Review : पढ़ें फॉक्सवैगन एमियो 1.2 लीटर पेट्रोल वर्जन कार का रिव्यू
गुज़रते वक्त के साथ बाज़ार बदला। बाज़ार बदला तो डिमांड बदली और डिमांड बदली तो आ गईं मॉडर्न लुक वाली मोटरसाइकिलें। इनमें लिक्विड कूलिंग, बेहतरीन इंजन, हल्की वज़न और अधिक विश्वसनीयता जैसी खूबियां थीं। लोगों ने इन्हें खरीदना शुरू कर दिया।
बाज़ार के इस ट्रेंड को देखते हुए रॉयल एनफील्ड ने एक ऐसी एडवेंचर टुअरर राइडर बाइक के साथ आने की सोची जिसमें ताकत रॉयल एनफील्ड की हो और खूबियां मॉडर्न बाइक की। आखिरकार, कंपनी ने अपनी नई मोटरसाइकिल हिमालयन उतारी। इस बाइक के आने के साथ ही बाइक कैटेगरीज़ में खुद ही एक नया सेगमेंट बन गया। इस लिहाज़ से हिमालयन को कोई कॉम्पटीटर नही है।
रॉयल एनफील्ड ने दावा किया कि हिमालयन को हिमालय में बखूबी टेस्ट किया जा चुका है और यह सभी पैमानों पर खरी उतरी है। लोगों ने कंपनी ने दावों पर यकीन किया और महज़ कुछ ही दिनों में इस बाइक की बुकिंग सातवें आसमान पर थी! लेकिन अब इस मोटरसाइकिल के ग्राहकों ने इससे जुड़ी शिकायतें की हैं! उनका कहना है कि इस बाइक में कुछ खामियां हैं।
हिमालयन संबंधी जो सबसे पहली शिकायत है, वह है कि इसका क्चल काफी हार्ड और और गियरबॉक्स का रेस्पॉन्स भी अच्छा नहीं है। 90 के दशक से रॉयल एनफील्ड की सवारी करने वाला इसे अहमियत नहीं देगा क्योंकि हिमालयन में तुलनात्मक रूप से बेहतर क्लच और गियरबॉक्स दिए जाने का प्रॉमिस किया गया था। इसमें पुराने 3 प्लेट क्चल के मुकाबले बेहतर सिस्टम दिया गया था जो कि ट्रैफिक में क्लच गर्म हो जाने के बावजूद आसानी से गियर शिफ्ट करने में मददगार था।
दरअसल, बात इतनी सी नहीं है। ग्राहक एक ऐसी मोटरसाइकिल देखते हैं जो हर पहलू पर बेहतर परफॉर्म करे। क्या रॉयल एनफील्ड हिमालयन की असफलता के पीछे यह एकमात्र कारण था? या फिर कंपनी ने इस मोटरसाइकिल को बनाने में कुछ ज्यादा ही जल्दबाजी दिखाई?
इसका सीधा सा जवाब है कि रॉयल एनफील्ड ने फैन फॉलोइंग के बजाय इस बार बाज़ार का तवज्जो दी। कंपनी ने किसी अन्य मोटरसाइकिल ब्रांड की तरह सेल्स नंबर बढ़ाने पर फोकस रखा। ये अब बीते ज़माने की बात सी लगती है जबकि लोग सूर्यास्त होने पर अपनी एनफील्ड मोटरसाइकिल पर बाइकिंग का मज़ा लेते थे। यह इस ब्रांड का ही चार्म था कि धीरे-धीरे अच्छी खासी संख्या में लोग इसके साथ जुड़ते गए!
लेकिन अब वक्त बदल चुका है। ग्राहक अब अपने पैसे की वैल्यू चाहता है और इसलिए वह मोटरसाइकिल खरीदते वक्त छोटे से छोट डिटेल के बारे में भी जानना चाहता है। रॉयल एनफील्ड ने हिमालयन में यही गल्ती की। उसने इस मोटरसाइकिल की क्वॉलिटी और इसके छोटे से छोटे डिटेल को अच्छे से नहीं टेस्ट किया। रॉयल एनफील्ड के इतिहास में यह पहला मौका है जबकि उसे अपनी मोटरसाइकलों को वापस मंगाना पड़ा है। हालांकि, कंपनी अपनी कमी पर पर्दा डालने की भी कोशिश कर रही है।
सवाल सिर्फ इतना सा है कि कस्टमर्स को इस बाइक की डिलीवरी करने से पहले रॉयल एनफील्ड ने हिमालयन को अच्छे से टेस्ट क्यों नहीं किया? खैर, सच्चाई चाहे जो भी हो लेकिन इतना तो तय है कि ग्राहक रॉयल एनफील्ड से क्वॉन्टिटी के मुकाबले क्वॉलिटी की अपेक्षा रखते हैं। कंपनी को याद रखना चाहिए कि बेहतरीन बाइक क्वॉलिटी का सीधा मतलब होता है बेहतरीन सेल्स, जो कि आखिर में फैन फॉलोइंग बढ़ाने में भी मददगार है।
ड्राइवस्पार्क के ट्रेंडिंग आर्टिकल यहां पढ़ें -
- ये है भारत की पहली मेड इन इंडिया सुपरकार डीसी अवांती, रियर लुक है जेट प्लेन की तरह
- टचस्क्रीन इंफोटेंमेंट सिस्टम की बढ़ती मांग को देखते हुए फोर्ड खुद का टचस्क्रीन सिस्टम करेगी तैयार
- CAR OVERVIEW : जानिए एंट्री लेवल हैचबैक डैटसन रेड-गो के सभी वैरिएंट के बारे में